वैदिक गणित और संस्कृति का संगम : लखनऊ में तीन दिवसीय महोत्सव का भव्य आगाज़
ज्ञान, परंपरा और सृजनशीलता से सराबोर इस महोत्सव में उद्घाटन से समापन तक छात्रों की प्रतिभा और भारतीय संस्कृति की झलक दिखी।
लखनऊ। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, निराला नगर में वैदिक गणित एवं सांस्कृतिक महोत्सव-2025 का शुभारंभ 19 सितम्बर को हुआ।
यह आयोजन केवल गणितीय प्रतिभा का मंच ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और मूल्यबोध की जीवन्त अभिव्यक्ति भी है।
महोत्सव का उद्देश्य
इस तीन दिवसीय महोत्सव का मूल उद्देश्य विद्यार्थियों के सर्वांगीण व्यक्तित्व का विकास करना है।
विद्यार्थियों को वैदिक गणित की सरल, त्वरित और तार्किक विधियों से परिचित कराना।
प्रतियोगिताओं और मंचीय गतिविधियों के माध्यम से आत्मविश्वास, वक्तृत्व कला और निर्णय क्षमता का विकास।
भारतीय संस्कृति, कला और परंपरा के साथ विद्यार्थियों को भावनात्मक जुड़ाव देना।
प्रतिस्पर्धा और सहभागिता दोनों के संतुलन से विद्यार्थियों को उच्च जीवन मूल्यों की ओर प्रेरित करना।
ज्ञान और संस्कार का सामंजस्य स्थापित करना।
महोत्सव के पीछे यही दृष्टि है कि विद्यार्थी केवल अच्छे गणितज्ञ या वक्ता ही नहीं, बल्कि संस्कारवान नागरिक और रचनात्मक प्रतिभा के रूप में भी आगे आएं।

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उद्घाटन दिवस (19 सितम्बर 2025)
महोत्सव का उद्घाटन श्री जे.पी.एस. राठौड़ (माननीय राज्य मंत्री, सहकारिता विभाग, उत्तर प्रदेश) के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री राकेश चौधरी (पूर्व अपर महाधिवक्ता, उत्तर प्रदेश) ने की।
मुख्य वक्ता के रूप में माननीय हेमचन्द्र जी (क्षेत्रीय संगठन मंत्री, विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश) उपस्थित रहे।
इस अवसर पर डॉ. महेन्द्र कुमार, श्री रामजी सिंह, श्री रामतीर्थ वर्मा सहित संस्थान के अनेक पदाधिकारी भी मंचासीन रहे।
पूरे कार्यक्रम में सरस्वती वंदना और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को भक्ति और उमंग से भर दिया।
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द्वितीय दिवस (20 सितम्बर 2025)
आज सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज निराला नगर लखनऊ में वैदिक गणित एवं सांस्कृतिक महोत्सव के द्वितीय दिवस के कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना से हुआ तत्पश्चात भारतीय शिक्षा समिति के माननीय प्रदेश निरीक्षक श्री राम जी सिंह ने भैया बहनों को संबोधित किया। इसी क्रम में वैदिक गणित के संयोजक आचार्य श्री नीरज कुमार शुक्ला जी ने भैया बहनों को दिनचर्या बताई और प्रतियोगिताओं के बारे में बताया। प्रतियोगिताओं का प्रारंभ प्रातः 8:30 बजे से हो गया और यह रात्रि 8:30 बजे तक चला। इस कार्यक्रम में द्वितीय दिवस में मूर्ति कला, वैदिक गणित प्रश्न मंच, कथा कथन, आशु भाषण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न प्रतिभागियों ने सहभाग किया और समाज के शैक्षणिक संस्थाओं के मूर्धन्य एवं विद्वान निर्णायकों ने भैया बहनों को उनकी योग्यता के अनुसार प्रथम द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्रदान किया । प्रथम स्थान प्राप्त भैया क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं के लिए चयनित हुए। क्षेत्रीय संगठन मंत्री माननीय हेमचंद्र जी ने प्रथम ,द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त भैया बहनों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में सायं कालीन संध्या में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती अपर्णा यादव( उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष )उपस्थित रहीं तथा उनके साथ ही साथ प्रदेश निरीक्षक श्री राम जी सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री दुर्गेश चंद्र पांडेय जी, विद्यालय के प्रबंधक श्री शैलेंद्र शर्मा जी विद्यालय के निदेशक श्री राम तीर्थ वर्मा जी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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समापन दिवस (21 सितम्बर 2025)
महोत्सव का समापन समारोह 21 सितम्बर प्रातः 10 बजे आयोजित होगा।
इस अवसर पर अध्यक्षता लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी करेंगे तथा मुख्य अतिथि के रूप में माननीय न्यायमूर्ति श्री सुभाष विद्यार्थी (इलाहाबाद उच्च न्यायालय, लखनऊ) उपस्थित रहेंगे।
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