जलियाँवाला बाग हत्याकांड: लहू से लिखी गई आज़ादी की भूमिका

       13 अप्रैल 1919    13 अप्रैल 1919 — भारतीय इतिहास की वो तारीख़, जो आज भी हमारी स्मृति में चुभती है, ज़ख़्म की तरह। बैसाखी का दिन,…

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संवेदना,विज्ञान और सेवा को जोड़ती होम्योपैथी

विश्व होम्योपैथी दिवस पर विशेष लेखलेखिका: शालिनी सिंह, रेडियो जंक्शन10 अप्रैल — वह तारीख जो संवेदना, विज्ञान और सेवा को जोड़ती है हर साल 10 अप्रैल को दुनिया भर में…

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धर्म की ध्वनि: महावीर जयंती पर एक आत्मचिंतन

कभी आपने गौर किया है... कि सन्नाटा भी बोलता है… और कभी-कभी मौन… सबसे ऊँची आवाज़ बन जाता है? जब दुनिया शोर में डूबी हो, तब कोई एक व्यक्ति… जो…

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भारत कुमार मनोज कुमार का निधन – सिनेमा के एक युग का अंत

मुंबई, 5 अप्रैल 2025:भारतीय सिनेमा में देशभक्ति की पहचान बन चुके अभिनेता, निर्देशक और लेखक मनोज कुमार अब हमारे बीच नहीं रहे। 87 वर्ष की आयु में 4 अप्रैल की…

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प्रकाश ठाकुर “लक्ष्य” की पांच कविताएं – स्त्रीत्व बिम्ब दर्शाती हुई

प्रकाश ठाकुर"लक्ष्य" ड्रीमलैंड विला,लखनादौन सिवनी , मप्र 480886 मोबाइल - 7000947985 1-  काश तुम समझ पाते अपने जन्म को,,, प्रसवपीड़ा को,,,, स्त्रीत्व को,,,, ममता को,,, माँ को,,,, काश तुम समझ…

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उत्तर प्रदेश बजट 2025 क्या कहिए – सौगात या बिसात सोचते रहिए

"सपनों को हकीकत में बदलने वाला बजट!" उत्तर प्रदेश सरकार ने युवा सपनों, किसान की मेहनत, महिलाओं की शक्ति और विकास की नई उड़ान को समर्पित अपना नया बजट प्रस्तुत…

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कोहबर: भारतीय संस्कृति की अनूठी कला और परंपरा

लखनऊ: शालिनी सिंहकोहबर—यह शब्द सुनते ही हमारे मन में किसी विशेष कक्ष, चित्रकला या सांस्कृतिक परंपरा का अद्भुत चित्र उभरता है। यह केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति…

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कविता :- "वो पागल सी एक लड़की"

रचनाकार :- रूपेश कुमार*वो पागल सी एक लडकीमुझसे ज्यादा समझदार हैं,बच्चो सी हरकतें उसकी,बातों से गुलजार हैं।आंखे उदास हैं जरा सी,मुसकुराने का कारोबार हैंकद से भले हो छोटी,आवाज़ कुतुबमीनार हैं। प्यार…

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छत्तीसगढ़ की अनोखी गोदना संस्कृति: परंपरा और आधुनिकता का संगम

    छत्तीसगढ़ की अनोखी गोदना संस्कृति:    दोस्तो! छत्तीसगढ़ की गोदना कला केवल शारीरिक सजावट का माध्यम नहीं है, बल्कि यह यहाँ की प्राचीन परंपराओं, सांस्कृतिक पहचान और आस्था…

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साहित्य का उत्सव: लखनऊ में नाट्य एवं काव्य की संध्या

तिथि: 1 दिसम्बर 2024स्थान: उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब, लखनऊ    रविवार, 1 दिसम्बर 2024 को उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब, लखनऊ में डॉ. राकेश ऋषभ की नाट्य कृति "लखनऊ की नवाबजादी"…

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