दीपावली पर विशेष गीत- रहा है दीप

जल   रहा  है  दीप  हरने  को  अँधेराआप भी कह लो मगर ये सच कहाँ है।राख   होती   वर्तिका  का मौन तप हैहै  वहीं  पर रोशनी  जलती  जहाँ है।******************************दीपकों…

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हिजड़ा और ट्रांसजेंडर शब्द से ज़्यादा ज़रूरी है इस प्रकृति प्रदत्त प्रवृत्ति को समझना

ये रूहों का खेल है जनाब ।तुम जिस्म की बात करते हो ।।हिजड़ा सिर्फ एक परंपरा है । हिजड़ा हिजर शब्द से बना है अरब देशों में जिसका मतलब बिछड़ना…

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महावीर जयंती: संयम, अहिंसा और आत्मज्ञान का उत्सव

“जियो और जीने दो”—ये केवल चार शब्द नहीं, बल्कि भगवान महावीर द्वारा दिखाए गए उस प्रकाशपथ का सार हैं, जो आज भी इंसान को अंधकार से बाहर निकालने की ताक़त…

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“विश्व होम्योपैथी दिवस 2025: संवेदना, विज्ञान और सेवा का संगम | लेख: शालिनी सिंह”

विश्व होम्योपैथी दिवस पर विशेष लेख लेखिका: शालिनी सिंह, रेडियो जंक्शन 10 अप्रैल — वह तारीख जो संवेदना, विज्ञान और सेवा को जोड़ती हैहर साल 10 अप्रैल को दुनिया भर…

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